नहीं है सेफ बोतल बंद पानी, मिले प्लास्टिक के कण

Health International
water off the bottle Is not safe to health, plastic particles are found

New York:LGN: आजकल हर कोई अपनी सेहत के प्रति बहुत ही जागरूक है। कहीं सफर में पानी भी पीना पड़े तो हर कोई बोतल बंद पानी को तरजीह देता है। लेकिन कया आपको पता है कि जो बोतल बंद पानी आप पी रहे हैं वो आपकी सेहत को खराब कर रहा है। जी हां, ये बात एक सटडी में सामने आई है।
अमेरिकी स्टडी में दावा किया गया है कि 90 फीसदी बोतल बंद पानी में प्लास्टिक के सूक्ष्म कण और यह इंसानों के लिए हानिकारक तत्व हैं। ग्लोबल ब्रैंड्स के सैंपलस में एक्वाफिना और बिसलरी जैसे वहुराषट्रीय ब्रांड भी शामिल हैं।
भारत के इलावा दुनिया के कई देशों में बोतल बंद पानी की कंपनियों से सैंपल लिए गए थे। State University of New York के शोधकर्ताओं ने अमेरिका में 259 पानी की बंद बोतलों की 27 अलग-अलग जगहों से जांच की। जांच के लिए भारत में New Delhi, Chennai, Mumbai से भी सैंपल लिए गए। लैबार्टरी जांच में 90 फीसदी से ज्यादा बोतल बंद पानी में Microplastic (प्लास्टिक के सूक्ष्म कण) पाए गए। Spectroscopy जांच में एक लीटर बोतल बंद पानी में औसतन 10.4 Microplastic कण मिले।
आप को बता दें कि यह मात्रा पिछली बार की स्टडी में नल के पानी में पाए गए प्लास्टिक कणों से यह 2 गुना अधिक है। इसमें Polypropylene, Nylon और polyethylene terephthalate जैसे तत्व मौजूद रहते हैं। स्टडी में बताया गया है कि जो व्यक्ति एक दिन में एक लीटर बोतल बंद पानी पीता है वह प्रतिवर्ष प्लास्टिक के 10 हजार तक सूक्ष्म कण ग्रहण करता है।
गौरतलब है कि बाजार में 147 अरब डॉलर प्रति वर्ष के व्यापार के साथ यह दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला पेय उत्पाद उद्योग है। हालांकि शोधकर्ता अभी मानव शरीर पर पड़ने वाले इसके दुष्प्रभाव के बारे में सुनिश्चित नहीं हैं। पांच महाद्वीपों में India, Brazil, China, Indonesia, Kenya, Lebanon, Mexico, Thailand और America में 19 स्थानों से नमूने एकत्र किए गए। बोतल बंद पानी में प्लास्टिक के अदृश्य कणों को देखने के लिए शोध दल ने विशेष डाई और नीली रोशनी का उपयोग किया। शोध में 100 माइक्रोंस और 6.5 माइक्रोंस के आकार के दूषित कणों की पहचान हुई।