New Delhi:LGN: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व वाली सरकार ने शुक्रवार देर रात को अपने ख़िलाफ़ विरोधी पक्ष की तरफ से पेश किये अविश्वास प्रसताव को बहुत आसानी के साथ हरा दिया परन्तु इस लिए उन्को 11 से अधिक घंटों की बहस करनी पड़ी। कुल 451 वोटों में से इस प्रसताव के खिलाफ 325 मत हुए, जब कि इस के पक्ष में 126 मत आए। इस तरह सरकार को कल संसद में एक तरह दो-तिहाई बहुमत से भी अधिक (लगभग तीन -चौथाई) मत मिले। इस के बाद देश में बाकायदा अगले साल 2019 की आम चुनाव के राजनैतिक एजंडे तैयार हो गए हैं।
कांग्रेस प्रधान राहुल गांधी कल लोकसभा में अपने भाषण के बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को गले लग कर मिलने की वजह से इंटरनेट, ख़ास तौर पर सोशल मीडीया पर छाए रहे। चाहे सत्तापक्ष इस को गलत और बचकाना करार दे रही है लेकिन हर तरफ़ राहुल के इस कदम की तारीफ हो रही है।
राहुल गांधी ने आज प्रधान मंत्री की तरफ से लोकसभा में दिए भाषण को बेहद कमज़ोर करार दिया। कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनीया गांधी ने कहा कि प्रधान मंत्री का ऐसा लच्छेदार भाषण बहुत बार सुना जा चुका है।
वहीं कांग्रेस के मलिकारजुन खड़गे ने कहा,‘‘प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को राफेल डील, नीरव मोदी के बारे सवाल पूछे थे परन्तु उन्हों ने किसी एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया। उन्होंने पीएम के भाषण को महज ड्रामेबाज़ी बताया। उन्होंने आंधर प्रदेश के लोगों के लिए कुछ नहीं कहा। इस दौरान तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख और आंधर प्रदेश के मुख्य मंत्री ऐन. चंदरबाबू नायडू ने कहा कि प्रधान मंत्री का भाषण बेहद निराशाजनक रहा।
वहीं दूसरी ओर प्रधान मंत्री मोदी ने अपने एक टवीट द्वारा सरकार को समर्थन देने वाली सभी पार्टियों का धन्यवाद किया है।