Chandigarh:LGN: पंजाब सकूल शिक्षा बोर्ड की 10+2 कक्षा की इतिहास की किताब पर विवाद के बाद में पंजाब के मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने यू टर्न लेते हूए बड़ा फैसला लिया है। उन्हों ने 10+2 के इतिहास की विवादत किताब पर आखिर पाबंदी लगाने का फ़ैसला कर ही लिया है। इससे पहले सरकार ने दावा किया था कि इतिहास की यह किताब बिल्कुल सही है और सिख इतिहास के साथ छेड़छाड़ नहीं की गई।
मीडिया में हुए खुलासों के बाद कैप्टन सरकार चारों ओर से घिर गई। ऑपोजिशन को सरकार ख़िलाफ़ बड़ा मुद्दा मिल गया था। काफ़ी अलोचना के बाद सरकार ने इस मामले को ले कर सिख विद्वानों की 6 सदस्यता समिति बना दी थी। सरकार ने कहा था कि किताब में गलतियों को ठीक कर इस को पुन:प्रकाशित किया जाएगा। इतिहास की इस किताब की 29,000 हज़ार प्रतियां छप भी गई हैं और पीडीऐफ फाइल को अध्यापक पढ़ा भी रहे हैं। वहीं शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता डा. दलजीत सिंह चीमा ने किताब मामले पर नज़रसानी समिति बनाऐ जाने को देरी के साथ उठाया गया लेकिन सही कदम बताया।