New Delhi:LGN: मौसम की अचानक तब्दीली आने से सर्दी,जुकाम और skin rashes के रोगीयों की संख्या बढ़ रही है। इस के इलावा, मौसम में एलर्जी के केस भी देखने को भी मिलते है। कुछ लोगो को शरीर पर खारश और सास लेने की समस्या से उलझना पडता है। डॉक्टर्स का कहना है कि सर्दियों में लोग घरो में बैठे रहते हैं। जिसके कारण वह इनडोर एलर्जी के शिकार हो जाते हैं। धूल के कण, सुक्ष्म बेक्टेरिया और फंगस के कारण ऐसा होता है।
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फंगस और घरों की गंदगी अस्थमा को बढ़ाती है जिसके कारण खांसी,सीने से आवाज आना और साँस लेने में मुश्किल होती है। शहरों के बढे हुये प्रदूषण के स्तर को भी देखा गया है। ऐसे में एलर्जी से बचने के लिए अपने आस-पास को साफ-सुथरा रखना चाहिए।
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घर में धुल और गंदगी से कार्पेट पे गंदगी जमने लगती है जो एलर्जी का सबसे बढ़ा कारण बनती है। एलर्जी की पहचान के लिए एक ख़ास ब्लड़ टेस्ट होता है जिसका नाम कपरहेन्सिव एलर्जी टेस्ट है। एलर्जी का कारण जानने के बाद इसका इलाज शुरू किया जाता है। सबसे पहले धुल के कण और बेक्टेरिया को रोकने के लिए घर की हवा में सुधार करना जरूरी है जैसे रसोई,बाथरूम और कमरों को साफ़ रखे। एलर्जी के रोगियों को धुल और गंदगी से दूर रहना चाहिए। अस्थमा के रोगियों को नियामत रूप से डॉक्टर को चेक कराणा चाहिए।