Washington:LGN: सीरिया में Chemical attack के जवाब में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देशों से सीरिया पर मिसाईली हमले शुरू कर दिए गए हैं। अमेरिका की इस कार्यवायी में उसके साथ फ्रांस और ब्रिटेन भी शामिल है। वहीं मिसाइल हमलों के बाद सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद ने ट्वीट कर कहा कि अच्छी आत्माओं को दबाया नहीं जा सकता है। बताया जा रहा है कि सीरिया के कस्बे दूमा में हुए Chemical attack की प्रतिक्रिया के रूप में यह हमले किये गए हैं।
उधर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश को संबोधन करते हुए कहा है कि फ्रांस और ब्रिटेन की सेनाओं के साथ सशस्त्र ऑपरेशन चल रहा है। सीरिया की सरकार के Chemical weapons बनाने के ठिकानों पर हमले के आदेश दिये गए हैं। हमारा उद्देश्य Chemical weapons के प्रयोग पर अंकुश लगाना है। अमेरीकी राष्ट्रपति ने सीरिया के डूमा में हुए Chemical attack का आरोप सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद पर लगाया था। ट्रंप ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद को शैतान बताते हुए कहा कि यह किसी इंसान के नहीं बल्कि शैतान के अपराध हैं। बता दें कि गत सप्ताह सीरिया के डूमा में हुए Chemical attack की चपेट में 500 के करीब लोग आ गए थे।
वहीं ब्रिटेन की पीएम टेरीजा मे ने भी सीरिया पर हमले की पुष्टि की है।
गौरतलब है कि रूस ने पहले ही आशंका जताई थी कि सीरिया के खिलाफ पश्चिमी देश युद्ध शुरू कर सकते हैं। हालांकि अब रूस ने सीरिया पर हुए हमले के विरोध में कड़ा रुख अपनाया है। अमेरिका में रूसी दूतावास ने चेतावनी दी है कि व्लादीमीर पुतिन का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर ऐसा ही जारी रहा तो यु्द्ध शुरू हो सकता है।